Baldev Krishna ji sang this bhajan on Sunday at the Hindu Heritage Centre in Mississauga, Canada.
राधे तेरे चरणों की, श्यामा तेरे चरणों की गर धुल जो मिल जाए
सच कहती हूँ मेरी, तकदीर ही बदल जाए
यह मन बड़ा चंचल है, कैसे तेरा भजन करूँ
जितना इसे समझाउं, उतना ही मचल जाए
राधे तेरे चरणों की...
सुनते है तेरी रहमत, दिन रात बरसती है
एक बूँद जो मिल जाए, दिल की कलि खिल जाय
राधे तेरे चरणों की...
नजरों से गिराना ना, चाहे जो भी सजा देना
नज़रों से जो गिर जाए, मुश्किल है संभल पाना
राधे तेरे चरणों की....
बस एक तमन्ना है, भक्त के इस दिल में
तू सामने हो मेरे, मेरा दम ही निकल जाए...
राधे तेरे चरणों की...
राधे तेरे चरणों की, श्यामा तेरे चरणों की गर धुल जो मिल जाए
सच कहती हूँ मेरी, तकदीर ही बदल जाए
यह मन बड़ा चंचल है, कैसे तेरा भजन करूँ
जितना इसे समझाउं, उतना ही मचल जाए
राधे तेरे चरणों की...
सुनते है तेरी रहमत, दिन रात बरसती है
एक बूँद जो मिल जाए, दिल की कलि खिल जाय
राधे तेरे चरणों की...
नजरों से गिराना ना, चाहे जो भी सजा देना
नज़रों से जो गिर जाए, मुश्किल है संभल पाना
राधे तेरे चरणों की....
बस एक तमन्ना है, भक्त के इस दिल में
तू सामने हो मेरे, मेरा दम ही निकल जाए...
राधे तेरे चरणों की...
राधे राधे
ReplyDeleteRadhe Radhe To you
DeleteI will find you all place Radhe ji ...
And sorry sorry to you
Radhe Govind
correct it nazro se girna is wrong
ReplyDeleteit is : nazro se girana na
VERY GOOD BAJHAN. CAN I POST BHAJAN WRITTEN BY ME
ReplyDeleteRadhe Radhe Ashish Bhai and many many thanks to upload this lyrics... regards
ReplyDeleteajay goyal
Who composed this? Please?
ReplyDeleteजय श्री राधे
ReplyDeleteRadhe radhe
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