सानु लोढ़ की सारे ज़माने की एक श्याम प्यारा काफी है...
अस्सी सारे सहारे छड़ दित्ते , एक तेरा सहारा काफी है
प्रह्लाद दी बिगड़ी बनाये सी नरसी दी हुंडी तराई सी
तू चाहे तो पल विच पार करे, तेरा एक इशारा काफी है
अर्जुन दा रथ चलाया सी, साग विदुर घर खाया सी
अस्सी सारे द्वारे छड़ दित्ते, एक तेरा द्वारा काफी है
नन्द नायी दा रूप बनाया सी, धन्ने जाट दा हल चलाया सी
अस्सी सारे नज़ारे छड़ दित्ते , तेरा एक नजारा काफी है
सानु लोढ़ की सारे ज़माने की एक श्याम प्यारा काफी है...
(एक नजर कृपा की कर दो, सांवरिया गिरधारी )
अस्सी सारे सहारे छड़ दित्ते , एक तेरा सहारा काफी है
प्रह्लाद दी बिगड़ी बनाये सी नरसी दी हुंडी तराई सी
तू चाहे तो पल विच पार करे, तेरा एक इशारा काफी है
अर्जुन दा रथ चलाया सी, साग विदुर घर खाया सी
अस्सी सारे द्वारे छड़ दित्ते, एक तेरा द्वारा काफी है
नन्द नायी दा रूप बनाया सी, धन्ने जाट दा हल चलाया सी
अस्सी सारे नज़ारे छड़ दित्ते , तेरा एक नजारा काफी है
सानु लोढ़ की सारे ज़माने की एक श्याम प्यारा काफी है...
(एक नजर कृपा की कर दो, सांवरिया गिरधारी )
BAHUT SUNDER BHAV AAP KI UMAR LAMBI HO
ReplyDeleteSHYAM SUNDER KE CHARNO MEIN AISI PRITI SAB KI HO. JAI SRI KRISHNA
ReplyDeleteHare Krishna Prabhi ji...I need to talk to you..Can you please drop mail me at mehra.madhav@gmail.com
ReplyDeleteBahut vadiya bhajan hai ji..
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